मध्य प्रदेश पुलिस में सात साल बाद थानेदारों की सीधी भर्ती
मध्य प्रदेश पुलिस में सात साल बाद थानेदारों की सीधी भर्ती होने जा रही है, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत पीएससी की तर्ज पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को स्नातक डिग्री की आवश्यकता होगी।
मुख्य बातें:
- नई परीक्षा प्रणाली में दो लिखित परीक्षाएं और शारीरिक परीक्षा होगी।
- आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, और भुगतान भी ऑनलाइन किया जाएगा।
- पात्रता मानदंड में बदलाव, आयु सीमा 18 से 40 वर्ष तय की गई है।
नई परीक्षा प्रक्रिया:
ग्वालियर (MP Police SI Recruitment) से नईदुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश पुलिस में थानेदारों की सीधी भर्ती के बारे में चर्चा बढ़ने के साथ ही अभ्यर्थियों में उत्साह और उलझन दोनों ही बढ़ गई हैं। भर्ती प्रक्रिया का प्रारूप पूरी तरह बदल चुका है, और अब पीएससी की तर्ज पर परीक्षा होगी। अभ्यर्थी इस बदलाव से परेशान हैं, क्योंकि न सिर्फ लिखित परीक्षा के अलग-अलग चरण होंगे, बल्कि शारीरिक परीक्षा के चरण भी पहले से अधिक होंगे, जिससे परीक्षा और कठिन हो जाएगी।
शारीरिक और बौद्धिक कौशल की जरूरत:
नई परीक्षा प्रक्रिया में शारीरिक और बौद्धिक कौशल दोनों की आवश्यकता होगी। सिलेबस को भी विस्तार से तैयार किया गया है, जिसमें न केवल शारीरिक परीक्षा, बल्कि कानून से संबंधित बौद्धिक परीक्षण भी शामिल होंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि थानेदारों को सिर्फ शारीरिक रूप से सक्षम नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें बेहतर निर्णय लेने की क्षमता और कानून की समझ भी होनी चाहिए।
परीक्षा का नया प्रारूप:
पहले एक ही लिखित परीक्षा होती थी जिसमें 200 अंक का एक प्रश्नपत्र होता था। इस बार दो लिखित परीक्षाएं होंगी। प्रारंभिक परीक्षा 100 अंक की होगी और इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद, उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा के दूसरे चरण में शामिल होने का मौका मिलेगा। प्रारंभिक परीक्षा में ऋणात्मक मूल्यांकन नहीं होगा।
लिखित परीक्षा के दूसरे चरण में दो प्रश्न पत्र होंगे, प्रत्येक 300-300 अंक का। इस चरण में गलत उत्तर देने पर अंक कटेंगे, यानी इसमें ऋणात्मक मूल्यांकन होगा। प्रश्नपत्र में दो खंड होंगे: पहला खंड सामान्य ज्ञान और भारतीय समाज से संबंधित होगा, जबकि दूसरा खंड करंट अफेयर्स, अर्थशास्त्र और रीजनिंग से जुड़ा होगा।
शारीरिक परीक्षा:
शारीरिक परीक्षा 100 अंक की होगी और इसमें तीन इवेंट होंगे: दौड़, गोला फेंक और लंबी कूद। इस बार शारीरिक परीक्षा में बदलाव करते हुए इन तीनों इवेंट्स को शामिल किया गया है। पहले केवल 800 मीटर दौड़ होती थी। शारीरिक परीक्षा के अंक इस प्रकार होंगे: दौड़ के लिए 40 अंक, गोला फेंक और लंबी कूद के लिए 30-30 अंक दिए जाएंगे।